Hasta hai Chehra, Dil Rota bahut h
आपकी सादगी ही आपको सुंदर बनाती है...!
नज़र बचा कर चलते हैं वो मुझको चाहने वाले
बदन खुशबुओं से महकाना छोड़ दे
बेशक आजमा रही आज तू मुझको,मेरी तकदीर
उन्हें क्या सज़ा मिली है, जो गुनाह कर रहे हैं
बाल कविता: जंगल का बाज़ार
अच्छा स्वस्थ स्वच्छ विचार ही आपको आत्मनिर्भर बनाते है।
पीकर चलना नारियल , करना तू प्रयास ।
"" *मैंने सोचा इश्क करूँ* ""
🍇🍇तेरे मेरे सन्देश-1🍇🍇
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जब अकेला निकल गया मैं दुनियादारी देखने,