Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Jun 2020 · 1 min read

विश्वास

विश्वास
★★★★★★★★★
(1)
आँख मूंद कर विश्वास न कर ,
जज्बात में आकर विश्वास न कर।
कुछ ठोस सबूत तो जान ले,
सच्चे इंसान को पहचान कर।
(2)
कोई धोखा दे तो उसे माफ कर,
फिर उस पर विश्वास मत कर।
आई कठिनाइयों से संघर्ष कर,
अपनी मेहनत पर विश्वास कर।
(3)
स्वयं पर पहले विश्वास कर ,
लोगों से प्रेम की बात कर।
दुख सुख तो एक पहिया है,
उस परमपिता पर विश्वास कर।
(4)
जग में रहकर कुछ काम कर,
जग में रहकर कुछ नाम कर ।
सफलता की ऐसे सीढ़ी प्राप्त कर,
दुनिया की हर कोनो में पहचान कर।
~~~~~~~~~~~~~~~~~~
रचनाकार –डीजेन्द्र कुर्रे “कोहिनूर”
पिपरभावना,बलौदाबाजार(छ.ग.)
मो. 8120587822

Language: Hindi
2 Likes · 1 Comment · 428 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
जब दिल से दिल ही मिला नहीं,
manjula chauhan
खामोशियां मेरी आवाज है,
खामोशियां मेरी आवाज है,
Stuti tiwari
कहाँ जाऊँ....?
कहाँ जाऊँ....?
Kanchan Khanna
शिक्षक
शिक्षक
Mukesh Kumar Sonkar
*चिंता और चिता*
*चिंता और चिता*
VINOD CHAUHAN
चॉकलेट
चॉकलेट
हिमांशु बडोनी (दयानिधि)
संपूर्ण राममय हुआ देश मन हर्षित भाव विभोर हुआ।
संपूर्ण राममय हुआ देश मन हर्षित भाव विभोर हुआ।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
नौ वर्ष(नव वर्ष)
नौ वर्ष(नव वर्ष)
Satish Srijan
पन्नें
पन्नें
Abhinay Krishna Prajapati-.-(kavyash)
फेसबुक गर्लफ्रेंड
फेसबुक गर्लफ्रेंड
Dr. Pradeep Kumar Sharma
Ghazal
Ghazal
shahab uddin shah kannauji
औरत अश्क की झीलों से हरी रहती है
औरत अश्क की झीलों से हरी रहती है
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए
प्रभु भक्ति में सदा डूबे रहिए
ओमप्रकाश भारती *ओम्*
मुझसे जुदा होने से पहले, लौटा दे मेरा प्यार वह मुझको
मुझसे जुदा होने से पहले, लौटा दे मेरा प्यार वह मुझको
gurudeenverma198
अगर मुझे तड़पाना,
अगर मुझे तड़पाना,
Dr. Man Mohan Krishna
हिन्दी ग़ज़़लकारों की अंधी रति + रमेशराज
हिन्दी ग़ज़़लकारों की अंधी रति + रमेशराज
कवि रमेशराज
ऋतु गर्मी की आ गई,
ऋतु गर्मी की आ गई,
Vedha Singh
कुछ अपनें ऐसे होते हैं,
कुछ अपनें ऐसे होते हैं,
Yogendra Chaturwedi
#दोहा
#दोहा
*प्रणय प्रभात*
शराब खान में
शराब खान में
DR. Kaushal Kishor Shrivastava
मेरी एक सहेली है
मेरी एक सहेली है
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अब प्यार का मौसम न रहा
अब प्यार का मौसम न रहा
Shekhar Chandra Mitra
तू बस झूम…
तू बस झूम…
Rekha Drolia
दुकान मे बैठने का मज़ा
दुकान मे बैठने का मज़ा
Vansh Agarwal
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
सपने तेरे है तो संघर्ष करना होगा
पूर्वार्थ
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
गिरें पत्तों की परवाह कौन करें
Keshav kishor Kumar
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
*अज्ञानी की कलम*
*अज्ञानी की कलम*
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी
*किसी से भीख लेने से, कहीं अच्छा है मर जाना (हिंदी गजल)*
*किसी से भीख लेने से, कहीं अच्छा है मर जाना (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
* मिल बढ़ो आगे *
* मिल बढ़ो आगे *
surenderpal vaidya
Loading...