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30 Jun 2021 · 1 min read

विश्वासघात

✒️?जीवन की पाठशाला ??️

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की जीते जी हम लोग इंसान में अनगिनत कमियां निकालते हैं लेकिन इंसान की मृत्यु होते ही ना जाने अचानक कहाँ से उसी इंसान में अच्छाइयां पैदा हो जाती हैं …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की हकीकत में बदलता तो इंसान है ,वक़्त तो मात्र एक बहाना है …,

जीवन चक्र ने मुझे सिखाया की अक्सर लोग काम को टालने के लिए कहते हैं की कल हो जायेगा -या कल कर लेंगें और यही इंसान का सबसे बड़ा भ्र्म है की वो कल देख पायेगा क्यूंकि जीवन अनिश्चित है …,

आखिर में एक ही बात समझ आई की अनजानों से जान पहचान ही अच्छी है वर्ना जान पहचान वाले तो अक्सर विश्वासघात द्वारा जान ले लेते हैं …!

बाक़ी कल , अपनी दुआओं में याद रखियेगा ?सावधान रहिये-सुरक्षित रहिये ,अपना और अपनों का ध्यान रखिये ,संकट अभी टला नहीं है ,दो गज की दूरी और मास्क ? है जरुरी …!
?सुप्रभात?
?? विकास शर्मा “शिवाया”?
???
⚛️?☸️??

Language: Hindi
Tag: लेख
331 Views
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