विवेक
जीवन का सफर अनेक
कभी हंसते, कभी रोते रहे
मन में उठे अनेक सवाल
जवाब ढूंढते रहे
पर एक रहस्य हमेशा बना
जो विवेक कहलाता है
सही और गलत की पहचान
ये वही जानता है
बिना विवेक के जीवन अधूरा
जैसे अंधेरे में साथी ना हो
विवेक से जीते हम सब
जीवन को ज्योति का रूप देंगे हम सबको
ये विवेक हमें बताता है
कि क्या हमीं है, क्या नहीं
सही और गलत की पहचान
ये सिखाता है हमें
जीवन के सफर में जब भी
आप हार मानने लगे
विवेक को अपनायें आप
जीत पाने का मार्ग बनाएंगे
जीवन के कठिन सफर में
विवेक ही हमारा साथी है
ये हमें सच्चाई का रास्ता दिखाता है
जब भी विपति हमारे पास आती है
विवेक हमें बताता है
कि क्या सही है, क्या नहीं
जाने विवेक की महत्ता
जीवन को ज्योति का रूप देंगे हम सबको।
|| सिद्धार्थ मिश्रा ||