विविधता
अलग-अलग उदधि-लहरें,लगतीं हैं पर यार,
हिल-मिल सब संग रहतीं,अलग नहीं है यार,
विविध-विविध सा बहुत है,रंग,धर्म अरु जात,
विविध-विविध गुलों से ही,शान बाग़ की यार।।
अलग-अलग उदधि-लहरें,लगतीं हैं पर यार,
हिल-मिल सब संग रहतीं,अलग नहीं है यार,
विविध-विविध सा बहुत है,रंग,धर्म अरु जात,
विविध-विविध गुलों से ही,शान बाग़ की यार।।