विमर्श
1
अच्छी तरह विमर्श कर , शुरू करो कुछ काम
जल्दीबाजी के सदा,होते दुष्परिणाम
2
देते बड़े विमर्श जो, उन पर देना ध्यान
होता नहीं किताब से, कम अनुभव का ज्ञान
3
बिना विमर्श किये हुये ,सफल न होते काम
लेकिन अधिक विमर्श भी, करता काम तमाम
4
बस विमर्श के नाम पर,होते वाद विवाद
करें सियासी लोग बस, आपस में परिवाद
5
लाग लपेटे बिन अगर , शुद्ध विचार विमर्श
तो उसके परिणाम भी, देते हैं उत्कर्ष
6
समाधान मिलता तभी,,जब हो स्वस्थ विमर्श
मगर आजकल ये सभी, राजनीति प्रतिदर्श
24-01-2021
डॉ अर्चना गुप्ता
मुरादाबाद