Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Nov 2022 · 2 min read

-विपत्तियों में धैर्य को धारण करने वाला मनुष्य जीवन मे सफ़ल होता है-

-विपत्तियों में धैर्य को धारण करने वाला मनुष्य जीवन मे सफ़ल होता है-

विपत्तियों विपरीत परिस्थितियों में धैर्य (धीरज)को धारण करके रखता है वही मनुष्य अपने जीवनकाल में सदा सफल होता है जीवन का यही मर्म है ,
मनुष्य को अपने कर्म अच्छे रखने चाहिए,सद्कर्म करते हुए मनुष्य सदगति को प्राप्त करता है किसी की अच्छाई व बुरे समय , व मजबूरी का गलत फायदा उठाने वाले तत्काल तो खुश रहते है किंतु भावी जीवन मे वे वह उनकी संताने दुःखी होती है ,
कहा भी गया है कि पिता के कर्मो की सजा उसके पुत्र को भी भुगतनी पड़ती है ,
इसलिए व्यक्ति को ऐसे कर्म नही करने चाहिए जिससे उसको व उसकी भावी पीढ़ी उसके पुत्र को उसके पाप कर्मों की सजा भुगतनी पड़े,
जहा तक हो सके सभी के कल्याण व भला ही सोचना चाहिए ,
किसी को गलत तरीके से फसाना व किसी कि बुराई करना जबकि वो उसकी अच्छाई कर रहा है ऐसा करना सर्वथा अनुचित है ,
ईश्वर सब देखता है बुरे कर्मो का फल बुरा ही होता है ,
जैसे उदाहरण के तौर पर कोई व्यक्ति जो पड़ोसी है उसके किसी नए कार्य मे सहयोग करता है अपना समझ कर काम करता है,
और जब उसके कार्य को उन्नति के पथ पर ले जाता है तो कोई आकर उस अच्छे काम करने वाले पड़ोसी की बुराई कर राजनीति कर उसे वहा से उस कार्य से निकालने की बात करता है व उसके खिलाफ षड्यंत्र रचता है ,
उसको उस कार्य को छोड़ना पड़ता है ,
वहा तक तो ठीक था कार्यरत रहते हुए कोई उस प्रतिष्ठित व्यक्ति के बारे में पूछता है तो उसकी पीठ पीछे बुराई करना , जिससे उस पूछने वाले के सामने उसकी बेइज्जती करना,इस कृत्य से बनाए रिश्ते भी बिगड़ जाते है नए रिश्ते तो दूर की बात है जब उस अमुख व्यक्ति को इस बारे में पता चलता है तो वो व्यक्ति अंदर से पुरी तरह से टूट जाता है,
ऐसे लोग नर्क के भागी होते है जो ऐसा कृत्य करते है नीच होते है जो भलाई करने वाले कि बुराई करते है ,
मगर उस व्यक्ति को ऐसी विपत्ति में भी धैर्य को धारण करते हुए अपने लक्ष्य की और बढ़ना चाहिए,
क्योंकि जिसका कोई नही होता उसका भगवान होता है,

भरत गहलोत
जालोर राजस्थान
सम्पर्क सूत्र -7742016184-

Language: Hindi
Tag: लेख
132 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
डॉ. अम्बेडकर ने ऐसे लड़ा प्रथम चुनाव
कवि रमेशराज
ये नोनी के दाई
ये नोनी के दाई
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
मजदूर की मजबूरियाँ ,
मजदूर की मजबूरियाँ ,
sushil sarna
ग़ज़ल /
ग़ज़ल /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
रतन टाटा जी की बात थी खास
रतन टाटा जी की बात थी खास
Buddha Prakash
Character building
Character building
Shashi Mahajan
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
क़िताबों से मुहब्बत कर तुझे ज़न्नत दिखा देंगी
आर.एस. 'प्रीतम'
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Rekha Drolia
तुम्हीं मेरा रस्ता
तुम्हीं मेरा रस्ता
Monika Arora
क्या एक बार फिर कांपेगा बाबा केदारनाथ का धाम
क्या एक बार फिर कांपेगा बाबा केदारनाथ का धाम
Rakshita Bora
23/156.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/156.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
*सत्य ,प्रेम, करुणा,के प्रतीक अग्निपथ योद्धा,
Shashi kala vyas
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
समस्याओ की जननी - जनसंख्या अति वृद्धि
डॉ. शिव लहरी
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
खुलेआम मोहब्बत को जताया नहीं करते।
Phool gufran
हिंदी है भारत देश की जुबान ।
हिंदी है भारत देश की जुबान ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
खता खतों की नहीं थीं , लम्हों की थी ,
Manju sagar
प्रिय गुंजन,
प्रिय गुंजन,
पूर्वार्थ
श्रंगार के वियोगी कवि श्री मुन्नू लाल शर्मा और उनकी पुस्तक
श्रंगार के वियोगी कवि श्री मुन्नू लाल शर्मा और उनकी पुस्तक " जिंदगी के मोड़ पर " : एक अध्ययन
Ravi Prakash
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
कैमिकल वाले रंगों से तो,पड़े रंग में भंग।
Neelam Sharma
मित्रता चित्र देखकर नहीं
मित्रता चित्र देखकर नहीं
Sonam Puneet Dubey
जनता को तोडती नही है
जनता को तोडती नही है
Dr. Mulla Adam Ali
न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं।
न ही मगरूर हूं, न ही मजबूर हूं।
विकास शुक्ल
जिंदगी हमेशा इम्तिहानों से भरा सफर है,
जिंदगी हमेशा इम्तिहानों से भरा सफर है,
Mamta Gupta
"इंसान की फितरत"
Yogendra Chaturwedi
"यादों के स्पर्श"
Dr. Kishan tandon kranti
When winter hugs
When winter hugs
Bidyadhar Mantry
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
सातो जनम के काम सात दिन के नाम हैं।
सत्य कुमार प्रेमी
सावन का महीना आया
सावन का महीना आया
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
प्रणय
प्रणय
*प्रणय*
Loading...