Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Oct 2020 · 1 min read

विनोद सिल्ला की कुंडलियां

जातिवाद है चर्म पे, समता हुई विलीन|
भेदभाव है हो रहा, है हालत. गमगीन||
है हालत गमगीन, सुनाई नहीं दलित की|
जाति बिघन का मूल, बनी सभी के अहित की||
कह सिल्ला कविराय, वतन किया है बर्बाद|
सुमता हो जगत में, खत्म होए जातिवाद||

-विनोद सिल्ला©

2 Likes · 157 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अम्न का पाठ वो पढ़ाते हैं
अरशद रसूल बदायूंनी
अक्सर यूं कहते हैं लोग
अक्सर यूं कहते हैं लोग
Harminder Kaur
प्रेम
प्रेम
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
कर्म परायण लोग कर्म भूल गए हैं
प्रेमदास वसु सुरेखा
तुम
तुम
Er. Sanjay Shrivastava
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
!!!! सबसे न्यारा पनियारा !!!!
जगदीश लववंशी
सरोकार
सरोकार
विनोद वर्मा ‘दुर्गेश’
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
रूप का उसके कोई न सानी, प्यारा-सा अलवेला चाँद।
डॉ.सीमा अग्रवाल
जख्म भरता है इसी बहाने से
जख्म भरता है इसी बहाने से
Anil Mishra Prahari
*कष्ट दो प्रभु इस तरह से,पाप सारे दूर हों【हिंदी गजल/गीतिका】*
*कष्ट दो प्रभु इस तरह से,पाप सारे दूर हों【हिंदी गजल/गीतिका】*
Ravi Prakash
सांता क्लॉज आया गिफ्ट लेकर
सांता क्लॉज आया गिफ्ट लेकर
Suman (Aditi Angel 🧚🏻)
-- आगे बढ़ना है न ?--
-- आगे बढ़ना है न ?--
गायक - लेखक अजीत कुमार तलवार
There are few moments,
There are few moments,
Sakshi Tripathi
परिवर्तन
परिवर्तन
विनोद सिल्ला
स्वप्न लोक के वासी भी जगते- सोते हैं।
स्वप्न लोक के वासी भी जगते- सोते हैं।
महेश चन्द्र त्रिपाठी
"शब्द-सागर"
*Author प्रणय प्रभात*
🚩एकांत महान
🚩एकांत महान
Pt. Brajesh Kumar Nayak
प्याली से चाय हो की ,
प्याली से चाय हो की ,
sushil sarna
बहुत कुछ जल रहा है अंदर मेरे
बहुत कुछ जल रहा है अंदर मेरे
डॉ. दीपक मेवाती
গাছের নীরবতা
গাছের নীরবতা
Otteri Selvakumar
पड़ोसन के वास्ते
पड़ोसन के वास्ते
VINOD CHAUHAN
स्वयं पर विश्वास
स्वयं पर विश्वास
Dr fauzia Naseem shad
तुम हमेशा से  मेरा आईना हो॥
तुम हमेशा से मेरा आईना हो॥
कुमार
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
माता के नौ रूप
माता के नौ रूप
Dr. Sunita Singh
जिंदगी एक सफ़र अपनी
जिंदगी एक सफ़र अपनी
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
तू याद कर
तू याद कर
Shekhar Chandra Mitra
मिल लेते हैं तुम्हें आंखे बंद करके..
मिल लेते हैं तुम्हें आंखे बंद करके..
शेखर सिंह
* तपन *
* तपन *
DR ARUN KUMAR SHASTRI
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
यह तो हम है जो कि, तारीफ तुम्हारी करते हैं
gurudeenverma198
Loading...