विनाश की कगार पर खड़ा मानव
विनाश की कगार पर खड़ा मानव
हर तरफ युद्ध की रणभेरी है
खुद का अस्तित्व मिटाने को तत्पर
प्रलय आने में क्या देरी है
चित्रा बिष्ट
विनाश की कगार पर खड़ा मानव
हर तरफ युद्ध की रणभेरी है
खुद का अस्तित्व मिटाने को तत्पर
प्रलय आने में क्या देरी है
चित्रा बिष्ट