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21 Dec 2018 · 1 min read

विध – सेदोका

प्रथम प्रयास
#विधा_सेदोका
सादर समीक्षार्थ
?????
प्रीतम प्यारे
अब आन मिलो रे
हैं नैन अब प्यासे।

कुंठा मन की
वेदना हृदय की
मीलन है मुश्किल।

कैसा जीवन
रहे प्रेम अधूरा
कुंठा जीवन भर।
✍️पं.संजीव शुक्ल “सचिन”

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 242 Views
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