विधवा
विधवा।
-आचार्य रामानंद मंडल।
वो विधवा छै
वो युवती छै।
मन में हुलसा छै।
श्रृंगार करे कै।
गले में हार पहिने के।
पैरों में पाजेब पहिने के।
हाथों में मेंहदी रचावे के।
पैरों में महाबर लगावे के।
वो विधवा छै।
वो युवती छै।
देह में कामना छै।
मन में भावना छै।
युवक से प्यार करे के।
मनक बात इजहार करे के।
समाज के बंदी तोड़ के।
नया पैगाम देवे के।
रामा नया पैगाम देवे ।
@आचार्य रामानंद मंडल।
-आचार्य रामानंद मंडल सामाजिक चिंतक सह साहित्यकार सीतामढ़ी।