विद्या बुद्धि देऊ मातु शारदे नमन करूँ, वाणी तन मन में शक्ति मातु भर दे!
विद्या बुद्धि देऊ मातु शारदे नमन करूँ,
वाणी तन मन में शक्ति मातु भर दे!
भर दे नवीन रंग ढंग मातु कविता में,
हर के कलेश सुखमय मातु कर दे!
कर दे तू मोपे मेरी मातु आज उपकार,
काव्य कला भेद सभी जानू मातु वर दे!
वर दे जननी वीणा वादिनी शरण तेरी,
कब से हूँ करता नमन मातु वर दे!