Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 May 2022 · 1 min read

विद्या पर दोहे

तन मन को उज्ज्वल करे, विद्या ज्ञान स्वरूप ।
निर्मल धारा सी बहे , भरती अंधा कूप ।।

विद्या भरती ज्ञान से ,मन में सरस विचार ।
उत्तम होते कार्य सब ,होते दूर विकार ।

विद्या मन का आइना , खोले अंतर्- द्वार ।
करे विनत विद्या सदा, दे विवेक-उजियार ।।

सत्य भाव विद्या भरे , दे ज्योतिर्मय ज्ञान ।
निर्मल हो अंतःकरण,ऐसा दे वरदान।।

मिले नम्रता शीलता ,विद्या से संज्ञान ।
अंतर्मन नित प्रति सजे ,बढ़ता जाए मान ।।

विद्या से होता सदा ,सही गलत का भान ।
मिले जिसे जितनी जहाँ ,करे सदा वह दान ।।

विद्या से मिलती रहे ,जीवन में पहचान ।
मिले सभी को रत्न यह , हो विशिष्ट सम्मान ।।

विद्या तो है साधना ,साधक लेता साध ।
पूर्ण मनोरथ सब करे ,जीता है निर्बाध।।

विद्या जीवन मार्ग दे ,दूर करे भटकाव ।
खुशियों से झोली भरे ,पग-पग करे बचाव ।।

विद्या अनुपम रत्न है ,इसको रखें सँभाल
मुखमंडल चमके सदा ,बनती जीवन ढाल ।।

विद्या मन-शृंगार है ,उत्तम करे विचार ।
प्रसन्नता मुख झलकती ,भरती हिय गुंजार ।।

विद्या देती धैर्य है ,नहीं मानती हार ।
दृढ़ निश्चय करती सदा ,करती भव से पार ।।

विद्या हिय संगीत है ,बजती मधुरिम राग ।
करे उच्चता भान जब ,मुक्त करे हर दाग ।।

डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’ शोहरत
स्वरचित
वाराणसी

Language: Hindi
1 Like · 4100 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

सुकर्मों से मिलती है
सुकर्मों से मिलती है
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
शरद ऋतु
शरद ऋतु
अवध किशोर 'अवधू'
पिता
पिता
Nitesh Shah
3340.⚘ *पूर्णिका* ⚘
3340.⚘ *पूर्णिका* ⚘
Dr.Khedu Bharti
#हिरदेपीर भीनी-भीनी
#हिरदेपीर भीनी-भीनी
वेदप्रकाश लाम्बा लाम्बा जी
बाल कविता: चूहा
बाल कविता: चूहा
Rajesh Kumar Arjun
ये पैसा भी गजब है,
ये पैसा भी गजब है,
Umender kumar
2020
2020
Naushaba Suriya
#बन_जाओ_नेता
#बन_जाओ_नेता
*प्रणय*
ग़ज़ल _ मैं ग़ज़ल आपकी, क़ाफिया आप हैं ।
ग़ज़ल _ मैं ग़ज़ल आपकी, क़ाफिया आप हैं ।
Neelofar Khan
*अहम ब्रह्मास्मि*
*अहम ब्रह्मास्मि*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बिना आमन्त्रण के
बिना आमन्त्रण के
gurudeenverma198
वही वक्त, वही हालात लौट आया;
वही वक्त, वही हालात लौट आया;
ओसमणी साहू 'ओश'
शून्य
शून्य
Roopali Sharma
जिंदगी प्यार से लबरेज़ होती है।
जिंदगी प्यार से लबरेज़ होती है।
सत्य कुमार प्रेमी
आँखों में अब बस तस्वीरें मुस्कुराये।
आँखों में अब बस तस्वीरें मुस्कुराये।
Manisha Manjari
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
दम है तो गलत का विरोध करो अंधभक्तो
शेखर सिंह
उड़ कर बहुत उड़े
उड़ कर बहुत उड़े
प्रकाश जुयाल 'मुकेश'
नजर
नजर
Rajesh Kumar Kaurav
मन तो मन है
मन तो मन है
Pratibha Pandey
अक्षम_सक्षम_कौन?
अक्षम_सक्षम_कौन?
Khajan Singh Nain
खूबसूरत है किसी की कहानी का मुख्य किरदार होना
खूबसूरत है किसी की कहानी का मुख्य किरदार होना
पूर्वार्थ
पर्वत
पर्वत
Ayushi Verma
सरहद
सरहद
Rajeev Dutta
सच्ची दोस्ती
सच्ची दोस्ती
Rambali Mishra
यूँ
यूँ
sheema anmol
मन्नत के धागे
मन्नत के धागे
Dr. Mulla Adam Ali
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
लोककवि रामचरन गुप्त का लोक-काव्य +डॉ. वेदप्रकाश ‘अमिताभ ’
कवि रमेशराज
सहज सरल प्रयास
सहज सरल प्रयास
Mahender Singh
*Rising Waves*
*Rising Waves*
Veneeta Narula
Loading...