विद्यालय का गृहकार्य
खूब खेल चुके बच्चे अब तुम,
गृहकार्य में मन लगाओ,
विद्यालय में पाठ पढ़ा जो,
सीख उसे अभ्यास करो,
शिक्षक शिक्षिका के गृहकार्य को,
पूरा कर के नया ज्ञान भरो,
रोज सवेरे ईश्वर वंदन करके,
स्कूल चलो तुम खूब पढ़ो,
ज्ञान की ज्योति मस्तिष्क में जलाओ,
साक्षरता का समाज बनाओ ।
रचनाकार-
# बुद्ध प्रकाश
मौदहा हमीरपुर ।