Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
8 Dec 2023 · 1 min read

विद्यार्थी के मन की थकान

विद्यार्थी के मन की थकान
विद्यार्थी के मन की थकान,
लगातार कोशिश करने के बाद मिली हार से,
कभी-कभी होती है इतनी भारी,
जैसे पहाड़ का बोझ उठा रहा हो।
वो थक जाता है,उसे कुछ समझ नहीं आता है,
वो सोचता है कि,उसने क्या गलत किया है।
वो निराश हो जाता है,
और उसे लगता है कि,वो कभी सफल नहीं हो पाएगा।
लेकिन ऐसा नहीं है,हार मत मानो,
अपने सपनों को मत छोड़ो,और कड़ी मेहनत करते रहो।
यकीनन एक दिन,तुम सफल हो जाओगे,

और तुम्हारी थकान दूर हो जाएगी।

218 Views

You may also like these posts

तन्हा तन्हा ही चलना होगा
तन्हा तन्हा ही चलना होगा
AMRESH KUMAR VERMA
तुम मुझे भूल जाओ यह लाजिमी हैं ।
तुम मुझे भूल जाओ यह लाजिमी हैं ।
Ashwini sharma
विधाता है हमारे ये हमें जीना सिखाते हैं
विधाता है हमारे ये हमें जीना सिखाते हैं
Dr Archana Gupta
क्या देखा
क्या देखा
Ajay Mishra
क्या विरासत में
क्या विरासत में
Dr fauzia Naseem shad
*परिभाषाएँ*
*परिभाषाएँ*
Pallavi Mishra
23/170.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/170.*छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
- कर्म किए जाओ -
- कर्म किए जाओ -
bharat gehlot
भभक
भभक
Dr.Archannaa Mishraa
*Colors Of Experience*
*Colors Of Experience*
Poonam Matia
चिंगारी
चिंगारी
Jai Prakash Srivastav
इतना विश्वास है तुम पर प्रभु जी
इतना विश्वास है तुम पर प्रभु जी
Buddha Prakash
दुख मिल गया तो खुश हूँ मैं..
दुख मिल गया तो खुश हूँ मैं..
shabina. Naaz
Vishva prakash mehra
Vishva prakash mehra
Vishva prakash Mehra
हाइकु-गर्मी
हाइकु-गर्मी
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
बाधाएं आती हैं आएं घिरे प्रलय की घोर घटाएं पावों के नीचे अंग
पूर्वार्थ
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
चांद चेहरा मुझे क़ुबूल नहीं - संदीप ठाकुर
Sandeep Thakur
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
अक्स आंखों में तेरी है प्यार है जज्बात में। हर तरफ है जिक्र में तू,हर ज़ुबां की बात में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"ऐतबार"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरे सब्र का इंतिहा कब तलक होगा
मेरे सब्र का इंतिहा कब तलक होगा
Phool gufran
महब्बत मैगनेट है और पइसा लोहा
महब्बत मैगनेट है और पइसा लोहा
सिद्धार्थ गोरखपुरी
उम्मीद का दिया
उम्मीद का दिया
राकेश पाठक कठारा
ये जो नफरतों का बीज बो रहे हो
ये जो नफरतों का बीज बो रहे हो
Gouri tiwari
यूं ही कह दिया
यूं ही कह दिया
Koमल कुmari
माँ i love you ❤ 🤰
माँ i love you ❤ 🤰
Swara Kumari arya
चकाचौंध की दुनियां से सदा डर लगता है मुझे,
चकाचौंध की दुनियां से सदा डर लगता है मुझे,
Ajit Kumar "Karn"
बैर नहीं प्रेम
बैर नहीं प्रेम
Sarla Mehta
हार गए तो क्या हुआ?
हार गए तो क्या हुआ?
Praveen Bhardwaj
मोहब्बत
मोहब्बत
Dinesh Kumar Gangwar
ओ माँ मेरी लाज रखो
ओ माँ मेरी लाज रखो
Basant Bhagawan Roy
Loading...