विद्यार्थियों के लिए —–एक से छः बर्ष तक के लिए।
आज हमें अपने बच्चों पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। माता-पिता और गुरु की क्या-क्या जवाबदारी बनती है। और उसे कैसे निभाये! सबसे पहले हमें माता पिता की पहचान करना होगी।यह समझलो की हमें माता पिता और गुरु जनों को भी एक ट्रेनिंग देना चाहिए! माता-पिता की ट्रेनिंग एक सप्ताह की होना चाहिए।यह हमें माता पिता को यह बताना है,कि आप बच्चों के सामने किसी भी प्रकार का नशा नही करोगे।न आप अपने बच्चों से बीड़ी सिगरेट मंगवाओगे?आप फिर देखना आपका बच्चा पढ़ने में बहुत उन्नति करेगा। और यही नियम गु रु जन अपनाये। बच्चों की शिक्षा पर बहुत असर होगा। सबसे पहले गुरुजनों को क्या पढ़ाना है। और कैसे पढ़ाना है। गुरु जी। हमेशा बच्चों को आप कहकर सम्बोधित करे । बच्चों को हमेशा पांच मिनट का ध्यान करवाना चाहिए। और बच्चों की दिनचर्या का टायम टेबल बनाये। और बच्चों के आहार का विशेष ध्यान रखें। विद्यार्थियों का आहार हमेशा सात्त्विक भोजन होना चाहिए। इससे बच्चों की शिक्षा पर बहुत असर होगा।