विदाई समारोह पर …
वो हिन्दी की मिठास,
और अंग्रेज़ी की क्लास ,
वो गणित के सवाल ,
या बायोलॉजी वाला कंकाल,
वो केमिस्ट्री का कार्बन ,
और फिजिक्स का न्यूटन ,
कहीं भूल तो नहीं जाओगे ना ।
वो किसी का टिफिन चुराकर खाना,
और क्लास में बैठकर टेबल बजाना,
वो बड़े सर का प्यार से डांटना,
और घर से लाई हुई चीजों को दोस्तों में बांटना,
वो टीचर की फटकार से रूठ जाना,
और थोड़ी देर बाद ही फिर से मुस्कराना,
कहीं भूल तो नहीं जाओगे ना ।
वो छोटी सी बात पर दोस्तों से लड़ जाना,
लेकिन दोस्ती की ख़ातिर अड़ जाना ,
वो काम करने के लिए कॉपी घर ले जाना,
और फिर कई दिनों तक वापिस स्कूल ना आना,
वो डंडे पड़ने पर , मन ही मन में रोना ,
और अपने दोस्त की पिटाई लगने पर खुश होना,
कहीं भूल तो नहीं जाओगे ना ।