विजय करे अपने मन पर __ मुक्तक
विजय करें अपने मन पर ,
विजय स्वयं मिल जाएगी।
जीवन रूपी बगिया में,
कली खुशी की खिल जाएगी।।
अंधकार मन का मिट जाए,
समरसता भी आ जाए।
सादगी का हो प्रसार भाई,
अमानवीयता हील जाएगी।।
राजेश व्यास अनुनय
विजय करें अपने मन पर ,
विजय स्वयं मिल जाएगी।
जीवन रूपी बगिया में,
कली खुशी की खिल जाएगी।।
अंधकार मन का मिट जाए,
समरसता भी आ जाए।
सादगी का हो प्रसार भाई,
अमानवीयता हील जाएगी।।
राजेश व्यास अनुनय