Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Nov 2023 · 1 min read

विजयी

विजयी
आगे बढ़ने के कई तरीके हैं. एक विजेता हमेशा अगले चरण का सावधानीपूर्वक और व्यवस्थित ढंग से मूल्यांकन करेगा।

1 Like · 285 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Raju Gajbhiye
View all
You may also like:
ये लम्हा लम्हा तेरा इंतज़ार सताता है ।
ये लम्हा लम्हा तेरा इंतज़ार सताता है ।
Phool gufran
वज़ह सिर्फ तूम
वज़ह सिर्फ तूम
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
3624.💐 *पूर्णिका* 💐
3624.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
My Chic Abuela🤍
My Chic Abuela🤍
Natasha Stephen
मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है
मेरी ख़्वाहिश ने मुझ को लूटा है
Dr fauzia Naseem shad
महसूस तो होती हैं
महसूस तो होती हैं
शेखर सिंह
Monday Morning!
Monday Morning!
R. H. SRIDEVI
लोग खुश होते हैं तब
लोग खुश होते हैं तब
gurudeenverma198
😊
😊
*प्रणय*
पुलिस बनाम लोकतंत्र (व्यंग्य) +रमेशराज
पुलिस बनाम लोकतंत्र (व्यंग्य) +रमेशराज
कवि रमेशराज
जिंदगी एक चादर है
जिंदगी एक चादर है
Ram Krishan Rastogi
अधिकार और पशुवत विचार
अधिकार और पशुवत विचार
ओंकार मिश्र
हरियाणा दिवस की बधाई
हरियाणा दिवस की बधाई
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
सत्य की खोज
सत्य की खोज
Dheerja Sharma
वो गुलशन सा बस बिखरता चला गया,
वो गुलशन सा बस बिखरता चला गया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
प्रकट भये दीन दयाला
प्रकट भये दीन दयाला
Bodhisatva kastooriya
सभी को सभी अपनी तरह लगते है
सभी को सभी अपनी तरह लगते है
Shriyansh Gupta
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
जीवन भर मरते रहे, जो बस्ती के नाम।
Suryakant Dwivedi
ऐ मोनाल तूॅ आ
ऐ मोनाल तूॅ आ
Mohan Pandey
दिल की हरकते दिल ही जाने,
दिल की हरकते दिल ही जाने,
Lakhan Yadav
संगीत का महत्व
संगीत का महत्व
Neeraj Agarwal
रिश्तों की रिक्तता
रिश्तों की रिक्तता
पूर्वार्थ
हिन्दी भाषा के शिक्षक / प्राध्यापक जो अपने वर्ग कक्ष में अंग
हिन्दी भाषा के शिक्षक / प्राध्यापक जो अपने वर्ग कक्ष में अंग
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
* थके नयन हैं *
* थके नयन हैं *
surenderpal vaidya
Only attraction
Only attraction
Bidyadhar Mantry
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
प्रकृति ने चेताया जग है नश्वर
Buddha Prakash
परम तत्व का हूँ  अनुरागी
परम तत्व का हूँ अनुरागी
AJAY AMITABH SUMAN
पुष्पों की यदि चाह हृदय में, कण्टक बोना उचित नहीं है।
पुष्पों की यदि चाह हृदय में, कण्टक बोना उचित नहीं है।
संजीव शुक्ल 'सचिन'
एक सत्य यह भी
एक सत्य यह भी
भवानी सिंह धानका 'भूधर'
"मुलाजिम"
Dr. Kishan tandon kranti
Loading...