Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Aug 2023 · 1 min read

विचार

विचार

किसी पर अपने विचार नहीं थोपने चाहिए अपितु सामने वाले व्यक्ति को इस बात का एहसास दिलाया जाए कि आपके विचारों से उसकी समस्याओं के निवारण में उसे मदद मिल सकती है |

अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम”

1 Like · 347 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
View all

You may also like these posts

संग सबा के
संग सबा के
sushil sarna
खुश रहने की वजह
खुश रहने की वजह
Sudhir srivastava
बस चार ही है कंधे
बस चार ही है कंधे
Rituraj shivem verma
अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक है वो इसलिए क्योंकि
अच्छा हृदय और अच्छा स्वभाव दोनों आवश्यक है वो इसलिए क्योंकि
ललकार भारद्वाज
4634.*पूर्णिका*
4634.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
नज़्म _ पिता आन है , शान है ।
नज़्म _ पिता आन है , शान है ।
Neelofar Khan
शाम के ढलते
शाम के ढलते
manjula chauhan
*जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं* (*ग़ज़ल*)
*जिन पे फूल समझकर मर जाया करते हैं* (*ग़ज़ल*)
Dushyant Kumar Patel
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
प्यार क्या होता, यह हमें भी बहुत अच्छे से पता है..!
SPK Sachin Lodhi
■हरियाणा■
■हरियाणा■
*प्रणय*
चांद सूरज भी अपने उजालों पर ख़ूब इतराते हैं,
चांद सूरज भी अपने उजालों पर ख़ूब इतराते हैं,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
हमको तन्हा छोड़ गया
हमको तन्हा छोड़ गया
Jyoti Roshni
खत्म हुआ है दिन का  फेरा
खत्म हुआ है दिन का फेरा
Dr Archana Gupta
मुक्तक
मुक्तक
महेश चन्द्र त्रिपाठी
कीमती
कीमती
Naushaba Suriya
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
बिन तुम्हारे अख़बार हो जाता हूँ
डॉ.एल. सी. जैदिया 'जैदि'
वर्ण पिरामिड
वर्ण पिरामिड
Rambali Mishra
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
'प्यासा'कुंडलिया(Vijay Kumar Pandey' pyasa'
Vijay kumar Pandey
दहेज
दहेज
Mansi Kadam
Time flies🪶🪽
Time flies🪶🪽
पूर्वार्थ
जिनमें कोई बात होती है ना
जिनमें कोई बात होती है ना
Ranjeet kumar patre
लोगों के दिलों में,
लोगों के दिलों में,
नेताम आर सी
चुनना केवल तुमको है
चुनना केवल तुमको है""
Priya Maithil
चोट सीने पे आज खाई है
चोट सीने पे आज खाई है
RAMESH SHARMA
दर्दों का कारवां (कविता)
दर्दों का कारवां (कविता)
Indu Singh
परेशां सोच से
परेशां सोच से
Dr fauzia Naseem shad
आलता महावर
आलता महावर
Pakhi Jain
जी आजाद इस लोकतंत्र में
जी आजाद इस लोकतंत्र में
gurudeenverma198
बफेट सिस्टम
बफेट सिस्टम
Praveen Bhardwaj
गिरमिटिया मजदूर
गिरमिटिया मजदूर
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
Loading...