विचार
विचार
जब आप चार कदम चलने का ज़ज्बा जगा लेते हैं तब आपके पैर अगले चालीस कदम आपका साथ देने के लिए खुद ब खुद तैयार हो ज़ाते हैं l इस तरह आपकी मंजिल का सफ़र और भी आसान हो जाता है l
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम
विचार
जब आप चार कदम चलने का ज़ज्बा जगा लेते हैं तब आपके पैर अगले चालीस कदम आपका साथ देने के लिए खुद ब खुद तैयार हो ज़ाते हैं l इस तरह आपकी मंजिल का सफ़र और भी आसान हो जाता है l
अनिल कुमार गुप्ता अंजुम