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24 Sep 2024 · 1 min read

विचार

विचार

क्यूँ कर यूँ ही बीत जाये जिंदगी
क्यूँ कर यूँ ही बिखर जाएँ, आंखों के मोती

क्यूँ कर यूँ ही खुद को बहलाते रहें
क्यूँ कर यूँ ही आँसू बहाते रहें

क्यूँ ना हम करें खुद का एक आसमाँ रोशन
क्यूँ ना हम खुद पर करें विश्वास

अनिल कुमार गुप्ता अंजुम

1 Like · 15 Views
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