Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
15 May 2023 · 1 min read

विकास

कोसे हरियाली बंजर को,क्यों विकास इतना करती।
फलस्वरूप बंजर धरती को,कंक्रीट है क्यों भरती?।

क्यों मानवता हरित धरा को,अपमानित कर रहती है?
कंक्रीट का जंगल लेकर, खुशियाँ पाकर कर सहती है।

बिन हरियाली वसुन्धरा जब, बन कुरूप तिल-तिल मरती।
जल बिन मछली जैसे तरसे,हरियाली ऐसे तरसी।

फलस्वरूप बंजर धरती को, कंक्रीट है क्यों भरती।
कोसे हरियाली बंजर को,क्यों विकास इतना करती।

वायु प्रदूषण का रोना हो, या जलवायु प्रदूषित हो।
हरियाली का रोना लेकर, जब सरकार विभूषित हो।

रोती होगी मानवता तब, जंगल अब क्यों कटते हैं?
खेती औ खलिहान हमारे,जल्दी से क्यों पटते हैं ?

नदियां औ तालाब उफनते, होती जल प्लावित धरती।
मौसम की जब अतिशय होगी,मानवता तब है मरती।

फलस्वरूप बंजर धरती को,कंक्रीट है क्यों भरती?
कोसे हरियाली बंजर को,क्यों विकास इतना करती।

डा प्रवीण कुमार श्रीवास्तव प्रेम

Language: Hindi
188 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
View all
You may also like:
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
गौरवशाली भारत
गौरवशाली भारत
Shaily
हमें उम्र ने नहीं हालात ने बड़ा किया है।
हमें उम्र ने नहीं हालात ने बड़ा किया है।
Kavi Devendra Sharma
ସେହି ଫୁଲ ଠାରୁ ଅଧିକ
ସେହି ଫୁଲ ଠାରୁ ଅଧିକ
Otteri Selvakumar
भोले शंकर ।
भोले शंकर ।
Anil Mishra Prahari
छलावा
छलावा
Sushmita Singh
*कलम जादू भरी जग में, चमत्कारी कहाती है (मुक्तक)*
*कलम जादू भरी जग में, चमत्कारी कहाती है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
मुझे जब भी तुम प्यार से देखती हो
Johnny Ahmed 'क़ैस'
परिवर्तन
परिवर्तन
RAKESH RAKESH
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
क्या कहुं ऐ दोस्त, तुम प्रोब्लम में हो, या तुम्हारी जिंदगी
लक्की सिंह चौहान
ऐसी थी बेख़्याली
ऐसी थी बेख़्याली
Dr fauzia Naseem shad
शिव आराध्य राम
शिव आराध्य राम
Pratibha Pandey
3. कुपमंडक
3. कुपमंडक
Rajeev Dutta
मेरी कलम से…
मेरी कलम से…
Anand Kumar
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
कहो तो..........
कहो तो..........
Ghanshyam Poddar
राम रावण युद्ध
राम रावण युद्ध
Kanchan verma
मुक्तक -*
मुक्तक -*
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
ନୀରବତାର ବାର୍ତ୍ତା
ନୀରବତାର ବାର୍ତ୍ତା
Bidyadhar Mantry
पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी)
पेट्रोल लोन के साथ मुफ्त कार का ऑफर (व्यंग्य कहानी)
Dr. Pradeep Kumar Sharma
नारी तेरी महिमा न्यारी। लेखक राठौड़ श्रावण उटनुर आदिलाबाद
नारी तेरी महिमा न्यारी। लेखक राठौड़ श्रावण उटनुर आदिलाबाद
राठौड़ श्रावण लेखक, प्रध्यापक
नन्ही परी
नन्ही परी
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
विष बो रहे समाज में सरेआम
विष बो रहे समाज में सरेआम
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
रात
रात
sushil sarna
सुनो तुम
सुनो तुम
Sangeeta Beniwal
💐प्रेम कौतुक-447💐
💐प्रेम कौतुक-447💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
भोर काल से संध्या तक
भोर काल से संध्या तक
देवराज यादव
मेरे हौसलों को देखेंगे तो गैरत ही करेंगे लोग
मेरे हौसलों को देखेंगे तो गैरत ही करेंगे लोग
कवि दीपक बवेजा
मेरी मोहब्बत का चाँद
मेरी मोहब्बत का चाँद
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
अगर मैं कहूँ
अगर मैं कहूँ
Shweta Soni
Loading...