— वाह जी वाह —
जहाँ मतलब हल न हो सके
वहां बेमत्लबी कह जाते हें लोग
लगता है ऐसा इन को देख कर
जैसे अपने लिए ही जीते हैं ये लोग !!
कब किस के साथ काम निकलेगा
यही ऐसी सोच बना कर जीते हैं लोग
अपना घर भरा होगा न दिखे किसी को
पर दूसरों से मतलब की बात करते हैं लोग !!
एक नही हजार मिल जायेंगे आपको
सिर्फ और सिर्फ मतलब के होते हैं यह लोग
जब कर दिया मतलब हल आपने उनका
देख लेना फिर वो कहाँ दोबारा दिखते हैं लोग !!
अजीत कुमार तलवार
मेरठ