वाह चाय
हम सभी का
प्रिय पेय है चाय
हर चाय बनाने वाला
है परम श्रद्धेय
स्वाद की परम अनुभूति
देने वाले ये कलाकार हैं
अरे आजकल तो चाय वाले
बना रहे सरकार है
दूध, चीनी और पत्ती
जैसे जनम जनम के साथी
मिलकर क्या रंग जमाते हैं
अनेक फिर भी एक हो जाते हैं
इसकी चुस्की के बिना
किसी की सुबह होती नहीं
बेड टी पीने से पहले
कुछ तो मुंह भी धोते नही
टपरी की चाय के तो
बिल गेट्स भी हैं कायल
कुल्हङ में चाय पीना
है लेटेस्ट स्टाईल
मसाला चाय से लेकर ग्रीन टी
चाय तो सभी ने कभी ना कभी पी
ठेले वाले कड़क चाय बांटते
होटलों में बीस गुना दाम में गरम पानी पिलाते
हर मौसम में इसकी तलाब बनी रहती
दोस्त साथ हो तो और भी स्वाद लगती
जूस और स्मूथी पीने वालो
एक बार चाय के कप को होंठों से लगा लो
लगी जो लत इसके स्वाद की
मुँह से निकलेगा, “वाह उस्ताद जी”
चित्रा बिष्ट
(मौलिक रचना)