वायुनंदन अभिनंदन
हे वायुनंदन वीर अभिनंदन
कोटि नमन चिर-अभिवंदन
अरिपुर में लगा सटीक सेंध
हे सुभट आये तुम लक्ष्य बेंध
समक्ष रिपु लिये प्रपंच-पाण
रहे अविकल खड़े सीना तान
सधे शब्द संयमित तेरी वाणी
धीर धरे,अचल शूर अभिमानी
पराक्रम-पुष्ट परम शौर्य प्रदर्शन
प्रपंचक वंचक का मान-मर्दन
श्रद्धासुमन सभी बलिदानी को
नतनमन मातृभू के सेनानी को
-©नवल किशोर सिंह