*वायरल होने की चाह*
हर कोई आंख बस उस पर टिक जाए
चाहत थी उसकी सूरज की किरण बन जाए वो
हो बस उसका ही जलवा सोशल मीडिया पर
किसी तरह बस एकबार वायरल हो जाए वो
लोग मेरे संग सेल्फ़ी खिंचाने आए
जो मैं करूं सबको पसंद आए वो
छोड़ पाऊं सब पर मैं छाप अपनी
जल्दी से अब मेरे दिन आए वो
सेल्फ़ी प्वाइंट चोटी पर था फिर भी गई थी
इसके लिए जान हथेली पर रख गई थी वो
हर क़ीमत पर उसकी कोशिश जारी थी
क्योंकि हर क़ीमत पर वायरल होना चाहती थी वो
पाल ली थी जाने उसने कैसी हठ
अब भी हार मानने को तैयार नहीं थी वो
कोशिश असफल हो रही थी उसकी बार बार
लेकिन फिर भी हार मानने को तैयार नहीं थी वो
हो जज़्बा और जुस्तजू कुछ करने की
कभी तो सफलता मिलना निश्चित है
है उसकी इसी मेहनत का नतीजा ये
आज हर सोशल मीडिया पर वायरल है वो।