~~~~~~~ वाणी ~~~~~~~
” वाणी “ को ” वीणा “ बनाये,
” वाणी “ को ” बाण “ न बनाये !
क्योकि ” वीणा “ बनेगी तो,
जीवन में ” संगीत “ होगा… !
और ” बाण “ बनेगी तो,
जीवन में ” महाभारत “ होगा !!
कामयाबी कभी बड़ी नहीं होती,
पाने वाले हमेशा बड़े होते है !
दरार कभी बड़ी नहीं होती,
भरने वाले हमेशा बड़े होते है !
सम्बध कभी बड़े नहीं होते,
निभाने वाले हमेशा बड़े होते है !…