वह है मेरा प्यारा स्कूल
कारोना के दो साल बाद,
वह दिन वापस आए,
जब मां खाना बनाएं ,
और हम स्कूल जाएं।
जिसको कभी सकते नहीं हम भूल,
वह है मेरा प्यारा स्कूल।
फिर से शिक्षकों के साथ पढ़ना,
दोस्तों के संग मस्त हो जाना,
और एक दूसरे को चिढाना।
जहां मस्ती में सब जाते हैं भूल,
वह है मेरा प्यारा स्कूल।
सुबह संग प्राथरना करना,
पलैज,न्यूज़ सब कुछ पढ़ना,
अनुशासन का पालन करना,
और फिर पढ़ाई में मन लग जाना।
जहां जाते ही पुरानी बातें जाती है भूल,
वह है मेरा प्यारा स्कूल।