वह शायर बदनाम: मजाज़ लखनवी
हुस्न है
तेरे लिए
क़हर!
इश्क़ है
तेरे लिए
ज़हर!
तू इससे
अब तौबा
कर ले!
फ़न है
तेरे लिए
कुफ़र!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)
#brokenheart
हुस्न है
तेरे लिए
क़हर!
इश्क़ है
तेरे लिए
ज़हर!
तू इससे
अब तौबा
कर ले!
फ़न है
तेरे लिए
कुफ़र!
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)
#brokenheart