वह कौन है !
कभी वह माँ जैसी ममता दिखाती है ,
तो कभी छोटी बहन जैसी लड़ती है II
कभी वह दादी जैसी बड़ी बड़ी बातें करती है ,
तो कभी नादान बच्चे जैसी जिद्द करती है II
कभी वह दोस्त जैसी मस्ती करती है ,
तो कभी प्रेमिका की तरह नखरे दिखाती है II
वह कोई और नहीं ,
वही है जो खुद को मेरी जान कहती है II