वह कौन थी?
एक आईना
सामने रखकर
मुस्कुरा रही थी वह!
कल शाम को
छत पर खड़ी हो
बाल बना रही थी वह!
जैसे ही मुझसे
आंखें मिलीं
कुछ शरमा गई थी वह!
धीमे सुरों में
प्यार का गीत
गुनगुना रही थी वह!
#Geetkar
Shekhar Chandra Mitra
(A Dream of Love)