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4 Aug 2020 · 1 min read

वहम

बचपन में देखा करता था
दिनभर कांव-कांव करते रहने वाले
कमज़ोर कौवों को,
अपनी राह पर सीधी उड़ रही चील की पांखें नोच-नोच कर परेशान करते।
बस यह मालूम नहीं होता था
कि वह चील कौवों का घोंसला उजाड़ कर जा रही होती थी।

Language: Hindi
4 Likes · 5 Comments · 339 Views
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