वस्तु काल्पनिक छोड़कर,
वस्तु काल्पनिक छोड़कर,
रच सच्चा संसार
झेले क़िस्सा जिस्म पर,
वो बुलन्द किरदार
–महावीर उत्तरांचली
वस्तु काल्पनिक छोड़कर,
रच सच्चा संसार
झेले क़िस्सा जिस्म पर,
वो बुलन्द किरदार
–महावीर उत्तरांचली