वसंत – हाइकु
पीली सरसों
से उड़ी है तितली
रंग रंगीली ।।1
बाट जोहती
नीली पीली कंटेली
आयी तितली।। 2
बेर रसीले
तोड़े खाये बच्चों ने
देखी तितली।। 3
उड़ी भंभीरी
बच्चों ने है पकड़ी
मुट्ठी जकड़ी ।। 4
कारी बदरी
रिमझिम बरसे
आशायें ही थीं।। 5
वो न बरसी
निकल गयी वह
मुंह फुलाये ।। 6
खिला वसंत
फूलों की फुलवारी
लगती प्यारी।। 7
– आनन्द कुमार