*वशिष्ठ (कुंडलिया)*
वशिष्ठ (कुंडलिया)
कहलाते थे राजगुरु, श्री मुनिराज वशिष्ठ
सिद्ध कहो साधक कहो, यह थे अति तपनिष्ठ
यह थे अति तपनिष्ठ, मार्गदर्शन कब टलता
राज अयोध्या काज, इन्हीं के बल पर चलता
कहते रवि कविराय, उचित आदेश सुनाते
शासन के आधार, राजकुलगुरू कहलाते
रचयिता : रवि प्रकाश
बाजार सर्राफा, रामपुर, उत्तर प्रदेश
मोबाइल 99976 15451