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15 Dec 2023 · 1 min read

वर्षों जहां में रहकर

वर्षों जहां में रहकर
देखा है बार बार
हम हो सके ना खुद के
जी के हजार बार ।

एक दौर है जहां मेरी
ठोकर रखी हैं
मैं ठौर हूं वहीं पे जा
लगता हूं बार बार

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