वर्ल्ड रिकॉर्ड
वर्ल्ड रिकॉर्ड
राज्य सरकार ने निश्चय किया था कि माननीय मुख्यमंत्री जी की अगुवाई में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर एक ही जगह दो लाख से अधिक लोग एक साथ योग करके वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाएँगे।
यही कारण है कि 45 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान के बावजूद 5 साल के स्कूली बच्चों से लेकर 65 साल तक के बुजुर्ग भी इस ऐतिहासिक अवसर के साक्ष्य बनने के लिए पिछले पखवाड़े भर से लगातार रिहर्सल कर रहे थे।
अंततः वह घड़ी आ ही गई। इस ऐतिहासिक कार्य के लिए चयनित एक लाख की दर्शक क्षमता वाले उस मैदान को करोड़ों रुपए खर्च करके दुल्हन की तरह सजाया गया था। पूरे मैदान में इस छोर से उस छोर तक झक्क सफेद लिबास में सजे आबालवृद्ध दिख रहे थे।
माननीय मुख्यमंत्री जी यथासमय योगा के लिए आए। वे तालियों की गड़गड़ाहट के बीच औपचारिक स्वागत सत्कार की रश्म अदायगी के बाद महज आधा घंटा भाषण देने के बाद आचार्य जी के निर्देशानुसार दो मिनट का योगा भी किए। सभी ऐंगल से फोटो शूट हो जाने का आश्वस्त होने के बाद वे किसी अगले कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए।
अगले तीन दिन तक इलेक्ट्रॉनिक, प्रिंट और सोसल मीडिया में यह वर्ल्ड रिकॉर्ड वाली खबर वायरल रहा।
सप्ताह भर बाद एक खबर फिर से सुर्खियों में आया कि वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट जारी करने वाली संस्था फर्जी थी। संस्था के प्रतिनिधि ने बयान दिया था कि उल्लेखित अवधि में उस संस्था का कोई भी प्रतिनिधि वहाँ मौजूद नहीं था, बल्कि सरकारी अधिकारियों के दावे और दस्तावेजों के आधार पर ही वर्ल्ड रिकॉर्ड स्थापित होने का सर्टिफिकेट जारी किया गया था।
– डॉ. प्रदीप कुमार शर्मा
रायगढ़, छत्तीसगढ़