वतन के लिए
जननी है ये हमारी
ये तन उसके लिए,
आओ जिए कुछ पल
वतन के लिए।
जन्मे है हम यहां
सौभाग्य हमारा।
ये देश हमारा
कितना है प्यारा।
हमारे लिए उर में धरा
रत्न धारण किए।
राष्ट्र प्रेम बना रहे
देशवासियों में यों
कर्तव्य की बेला है
देशहित के लिए।
मन में हो भाव नेक
हो धर्म भले अलग
पर है सभी ही एक।
बढ़े राष्ट्र सदैव आगे
इस जतन के लिए