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14 Jan 2017 · 1 min read

वजह

वजह कुछ और थी कुछ और ही बताते रहे
अपने थे इसलिये कुछ ज्यादा ही सताते रहे
*********************************
दिये थे हमने चिराग रौशनी के लिये मगर
उन चिरागों से वो कुछ और ही जलाते रहे
*********************************
कपिल कुमार
09/01/2017

Language: Hindi
337 Views

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