वक्त
वक्त
वक्त ने वक्त से पूछा कि कितना तबहा किया खुदको उसके वक्त के लिए
वक्त ने वक्त को हंसकर कहा हमने अपना वक्त लूटा दिया उसके वक्त को मांगने के लिए
बेवक्त उसके वक्त की गुजारिश की उसको अपना वक्त देने के लिए
आज समझ आ रहा है वक्त की कीमत वक्त बीतते हुए
अपने वक्त को किसी का वक्त मत बनने दो ना तो वक्त खो दोगे अपने वक्त जीने के लिए
– प्राची वर्मा