Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Feb 2024 · 1 min read

वक्त

मायूस क्यों होता है,
वक्त ही तो है बदल जाएगा,
आज अंधेरा घेरे सा है,
तू बिखेर मुस्कुराहट की चमक,
ये ‘सवेरे सा’ निखर जाएगा ।

बस थोड़ी सी तपन और,
फिर देख कैसे महकता है,
ये तेरा किरदार,
तकदीर वाला समझ खुद को,
जो वक्त खुद रहा तुझे संवार,
शिकन क्यों लाता है,
नादान धुआं ही तो है हट जाएगा ।

मायूस क्यों होता है,
वक्त ही तो है बदल जाएगा ।।
-डॉ. ‘स्नेही’

Language: Hindi
1 Like · 74 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

🙏 गुरु चरणों की धूल 🙏
🙏 गुरु चरणों की धूल 🙏
जूनियर झनक कैलाश अज्ञानी झाँसी
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
♤⛳मातृभाषा हिन्दी हो⛳♤
SPK Sachin Lodhi
पापा आपकी बहुत याद आती है
पापा आपकी बहुत याद आती है
Kuldeep mishra (KD)
23/220. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
23/220. *छत्तीसगढ़ी पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
*जग में होता मान उसी का, पैसा जिसके पास है (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"राज़-ए-इश्क़" ग़ज़ल
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
विश्वेश्वर महादेव
विश्वेश्वर महादेव
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
बखान गुरु महिमा की,
बखान गुरु महिमा की,
Yogendra Chaturwedi
ओ मेरे गणपति महेश
ओ मेरे गणपति महेश
Swami Ganganiya
प्रेम निवेश है ❤️
प्रेम निवेश है ❤️
Rohit yadav
दीपक इसलिए वंदनीय है क्योंकि वह दूसरों के लिए जलता है दूसरो
दीपक इसलिए वंदनीय है क्योंकि वह दूसरों के लिए जलता है दूसरो
Ranjeet kumar patre
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
इन्द्रिय जनित ज्ञान सब नश्वर, माया जनित सदा छलता है ।
लक्ष्मी सिंह
शिव - दीपक नीलपदम्
शिव - दीपक नीलपदम्
दीपक नील पदम् { Deepak Kumar Srivastava "Neel Padam" }
जिद और जुनून
जिद और जुनून
Dr. Kishan tandon kranti
नेम प्रेम का कर ले बंधु
नेम प्रेम का कर ले बंधु
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
तुमने मेरा कहा सुना ही नहीं
तुमने मेरा कहा सुना ही नहीं
Dr Archana Gupta
मनभावन
मनभावन
SHAMA PARVEEN
देश की शान बन,कफन में लौट आया हूं
देश की शान बन,कफन में लौट आया हूं
Mrs PUSHPA SHARMA {पुष्पा शर्मा अपराजिता}
संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है
संघर्षों को लिखने में वक्त लगता है
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
पापा जैसी जिम्मेदारी
पापा जैसी जिम्मेदारी
PRATIK JANGID
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
जिंदगी बहुत प्यार, करता हूँ मैं तुमको
gurudeenverma198
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
मेरे बाबूजी लोककवि रामचरन गुप्त +डॉ. सुरेश त्रस्त
कवि रमेशराज
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
अगहन कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को उत्पन्ना एकादशी के
Shashi kala vyas
फर्श पर हम चलते हैं
फर्श पर हम चलते हैं
Neeraj Agarwal
एक
एक
*प्रणय*
*दिल के दीये जलते रहें*
*दिल के दीये जलते रहें*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
आशीष
आशीष
उमा झा
दोहा पंचक. . . . काल
दोहा पंचक. . . . काल
sushil sarna
जी हमारा नाम है
जी हमारा नाम है "भ्रष्ट आचार"
Atul "Krishn"
मन का सावन
मन का सावन
Pratibha Pandey
Loading...