वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
वक्त (प्रेरणादायक कविता):- सलमान सूर्य
कमान से निकला तीर कभी वापस नहीं आता,
वक्त की कीमत को जो पहचान ले,वही मंजिल को पाता।
जियो और जीने दो दिल ना दुखा किसी का,
ना जाने कौन सा पल आख़िरी हो ज़िंदगी का।
वक्त हंसाता है, वक्त रुलाता है।
रोज अपने नए रंग, रूप दिखाता है।
वक्त हमारी ज़िंदगी में अहम भूमिका है निभाता,
वक्त झरने सा, बहता हुआ चला जाता।
– कवि सलमान सूर्य