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20 May 2024 · 1 min read

वक्त की चोट

वक्त की चोट , बहुत करारी होती है।
मगर ये सब चोटों पर भारी होती है।

छोड़ जाते हैं लोग, वादा करके यहां
मेरी समझ में ये, गद्दारी होती है ।

औरों की मुश्किलों से सीख लेना ही
जग में सबसे बड़ी, समझदारी होती है।

जैसे कर्म करोगे ,वैसा फल मिलता है
दुख को समझना, होशियारी होती है ।

बिना आवाज़ चलती है लाठी वक्त की
न्याय करता है जब ,चोट करारी होती है।

सुरिंदर कौर

Language: Hindi
85 Views
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