वक्त कभी रुकता नहीं?
वक़्त कभी रुकता नहीं है,चाहे कैसा भी गुजर रहा हो।
हवा कभी रुकती नहीं, चाहें मौसम बदल रहा हो।
सूरज कभी रुकता नही, चाहें तूफान चल रहा हो। धरती कभी भूलती नही, चाहें कितना भी पानी डालो समय से ही फल देता है।
जीवन में कितना भी प्रयास कर लो विधि के बिधान के आगे किसी की चलती नही।
सत्य की कभी हार होती नही।
मनुष्य तो केवल परिस्थितियों का गुलाम होता है।
धन के कमाने के लिए,वह नाना रुपों में होता है।