वक्त और एहसास
वक्त और एहसास
वक्त मौके दे रहा है, कद्र कर लो तुम,
वरना बीत जाएगा, रह जाओगे गुम।
हर घड़ी में छुपा है, एक नया पैगाम,
सुन लो इसे, न हो कोई और अंजाम।
दूरियां जो बढ़ती हैं, दिल को रुलाती हैं,
पर नज़दीकियों की कीमत समझाती हैं।
हर रिश्ता खास है, हर लम्हा अनमोल,
इनको संभाल लो, ये हैं जीवन के बोल।
वक्त रुकता नहीं, चलता है सतत,
हर घड़ी की कीमत, समझो ये हक़।
जो बीत गया, वो फिर लौटेगा नहीं,
आज में जी लो, कल की चिंता कहीं।
दूरियों से एहसास, नज़दीकियों का होता है,
जो पास है, वो दिल के करीब होता है।
रिश्तों को सींचो, वक्त के साथ-साथ,
यादें बनेंगी, हर दिल में रह जाए बात।
वक्त और रिश्ते, दोनों हैं खास,
इन्हें संभाल लो, ये हैं जीवन का आस।
वरना पछताओगे, जब वक्त निकल जाएगा,
जो आज है, वो कल कहीं खो जाएगा।