वक्त ए ज़लाल।
वक्त ए जलाल जो देखा मैने दूर काली सड़क पर।।
ओझिल ओझिल सा लगे,,,
जैसे पिघला आफताब बह रहा हो उस जगह पर।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️
वक्त ए जलाल जो देखा मैने दूर काली सड़क पर।।
ओझिल ओझिल सा लगे,,,
जैसे पिघला आफताब बह रहा हो उस जगह पर।।
✍️✍️ ताज मोहम्मद ✍️✍️