Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
25 Mar 2022 · 1 min read

वक़्त बीत चला है

दीवारों से मिलकर रोते-रोते अब वक्त बीत चला है
तन्हा जीवन जीते जीते अब वक्त बीत चला है
आहट तेरे आने की अब नई बहारें लेकर आईं हैं
पतझड़ सा जीवन जीते जीते अब वक्त बीत चला है

इंजी. संजय श्रीवास्तव “सरल”
बालाघाट (मध्यप्रदेश)

Language: Hindi
127 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from इंजी. संजय श्रीवास्तव
View all
You may also like:
ड्यूटी
ड्यूटी
Dr. Pradeep Kumar Sharma
कुंडलिया
कुंडलिया
गुमनाम 'बाबा'
बेवजह  का  रोना  क्या  अच्छा  है
बेवजह का रोना क्या अच्छा है
Sonam Puneet Dubey
3883.*पूर्णिका*
3883.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
विधा:
विधा:"चन्द्रकान्ता वर्णवृत्त" मापनी:212-212-2 22-112-122
rekha mohan
हर रोज़ मेरे ख़्यालों में एक तू ही तू है,
हर रोज़ मेरे ख़्यालों में एक तू ही तू है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
ध्रुव तारा
ध्रुव तारा
Bodhisatva kastooriya
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
प्यार चाहा था पा लिया मैंने।
सत्य कुमार प्रेमी
मित्रता क्या है?
मित्रता क्या है?
Vandna Thakur
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
ब्रेकअप तो सिर्फ अफेयर में होते है
पूर्वार्थ
"अदावत"
Dr. Kishan tandon kranti
भार्या
भार्या
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
भवप्रीता भवानी अरज सुनियौ...
निरुपमा
हम से मोहबत हों तो वक़्त रहते बता देना|गैरो से जादा बात नही
हम से मोहबत हों तो वक़्त रहते बता देना|गैरो से जादा बात नही
Nitesh Chauhan
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
गृहस्थ-योगियों की आत्मा में बसे हैं गुरु गोरखनाथ
कवि रमेशराज
फ़ना से मिल गये वीरानियों से मिल गये हैं
फ़ना से मिल गये वीरानियों से मिल गये हैं
Rituraj shivem verma
कई बरस बाद दिखोगे
कई बरस बाद दिखोगे
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
জপ জপ কালী নাম জপ জপ দুর্গা নাম
জপ জপ কালী নাম জপ জপ দুর্গা নাম
Arghyadeep Chakraborty
छोड़ जाते नही पास आते अगर
छोड़ जाते नही पास आते अगर
कृष्णकांत गुर्जर
सर्द हवाओं का मौसम
सर्द हवाओं का मौसम
सुशील मिश्रा ' क्षितिज राज '
#भक्तिपर्व-
#भक्तिपर्व-
*प्रणय*
प्रेम के खातिर न जाने कितने ही टाइपिंग सीख गए,
प्रेम के खातिर न जाने कितने ही टाइपिंग सीख गए,
Anamika Tiwari 'annpurna '
जाहिलों को शिक्षा, काहिलों को भिक्षा।
जाहिलों को शिक्षा, काहिलों को भिक्षा।
Sanjay ' शून्य'
आपका ही ख़्याल
आपका ही ख़्याल
Dr fauzia Naseem shad
This is Today
This is Today
Otteri Selvakumar
बिखरी बिखरी जुल्फे
बिखरी बिखरी जुल्फे
Khaimsingh Saini
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
बड़े लोगों का रहता, रिश्वतों से मेल का जीवन (मुक्तक)
बड़े लोगों का रहता, रिश्वतों से मेल का जीवन (मुक्तक)
Ravi Prakash
आईना बोला मुझसे
आईना बोला मुझसे
Kanchan Advaita
"My friend was with me, my inseparable companion,
Chaahat
Loading...