Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Dec 2022 · 1 min read

वक़्त की गर्द में गुम हो के ।

वक़्त की गर्द में गुम हो के ।
आईना ज़िन्दगी नहीं रहती ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
10 Likes · 152 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
बाल कविता : रेल
बाल कविता : रेल
Rajesh Kumar Arjun
बदले में
बदले में
Dr fauzia Naseem shad
55४ बां प़काश पर्व गुरु नानक देव जी का जन्म दिन
55४ बां प़काश पर्व गुरु नानक देव जी का जन्म दिन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
अब ज्यादा तंग मत कर ।
अब ज्यादा तंग मत कर ।
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
"कहने में"
Dr. Kishan tandon kranti
4026.💐 *पूर्णिका* 💐
4026.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
बेफिक्र तेरे पहलू पे उतर आया हूं मैं, अब तेरी मर्जी....
बेफिक्र तेरे पहलू पे उतर आया हूं मैं, अब तेरी मर्जी....
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
पुष्प और तितलियाँ
पुष्प और तितलियाँ
Ritu Asooja
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
अगर दुनिया में लाये हो तो कुछ अरमान भी देना।
Rajendra Kushwaha
दिल
दिल
इंजी. संजय श्रीवास्तव
*बदलाव की लहर*
*बदलाव की लहर*
sudhir kumar
सागर की लहरों
सागर की लहरों
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
एक छोटा सा दर्द भी व्यक्ति के जीवन को रद्द कर सकता है एक साध
Rj Anand Prajapati
मोबाइल का यूज कम करो
मोबाइल का यूज कम करो
Dhirendra Singh
#पैरोडी-
#पैरोडी-
*प्रणय*
खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान।
खुद निर्जल उपवास रख, करते जो जलदान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
ग़ज़ल सगीर
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
"मुश्किलों के प्रभाव में जी रहे हैं ll
पूर्वार्थ
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
*लटका कर झोला कंधे पर, घूम रहे हैं मेले में (गीत)*
Ravi Prakash
मौन जीव के ज्ञान को, देता  अर्थ विशाल ।
मौन जीव के ज्ञान को, देता अर्थ विशाल ।
sushil sarna
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
कड़वा बोलने वालो से सहद नहीं बिकता
Ranjeet kumar patre
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
प्यार सजदा है खूब करिए जी।
सत्य कुमार प्रेमी
अपने जीवन में समस्या को समझने के बजाय, हम उसकी कल्पना करके उ
अपने जीवन में समस्या को समझने के बजाय, हम उसकी कल्पना करके उ
Ravikesh Jha
मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
मिलने के समय अक्सर ये दुविधा होती है
Keshav kishor Kumar
मेरा वतन
मेरा वतन
Pushpa Tiwari
स्वयं के जीवन में अगर हम दूसरे की सफलता को स्वीकार नहीं करते
स्वयं के जीवन में अगर हम दूसरे की सफलता को स्वीकार नहीं करते
ललकार भारद्वाज
एकाकीपन
एकाकीपन
डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम
भूल जा वह जो कल किया
भूल जा वह जो कल किया
gurudeenverma198
जीवनचक्र
जीवनचक्र
Sonam Puneet Dubey
मनोरमा
मनोरमा
सुरेश अजगल्ले 'इन्द्र '
Loading...