Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
9 Oct 2022 · 1 min read

वक़्त का भी कहां

वक़्त का भी कहां इसको
कुछ एहसास रहा है।
ये दिल तेरी याद में बहुत
मसरूफ़ रहा है ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
17 Likes · 214 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
मन
मन
Sûrëkhâ
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
कितना आसान होता है किसी रिश्ते को बनाना
पूर्वार्थ
मेरे अंतस में ......
मेरे अंतस में ......
sushil sarna
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
हुआ है इश्क जब से मैं दिवानी हो गई हूँ
Dr Archana Gupta
हर ज़िल्लत को सहकर हम..!
हर ज़िल्लत को सहकर हम..!
पंकज परिंदा
चिंपू गधे की समझदारी - कहानी
चिंपू गधे की समझदारी - कहानी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
एक महिला से तीन तरह के संबंध रखे जाते है - रिश्तेदार, खुद के
एक महिला से तीन तरह के संबंध रखे जाते है - रिश्तेदार, खुद के
Rj Anand Prajapati
अगर प्रेम में दर्द है तो
अगर प्रेम में दर्द है तो
Sonam Puneet Dubey
जीवन सबका एक ही है
जीवन सबका एक ही है
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जाओ हम पूरी आजादी दे दिये तुम्हें मुझे तड़पाने की,
जाओ हम पूरी आजादी दे दिये तुम्हें मुझे तड़पाने की,
Dr. Man Mohan Krishna
तप रही जमीन और
तप रही जमीन और
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
गुरु ही साक्षात ईश्वर
गुरु ही साक्षात ईश्वर
krishna waghmare , कवि,लेखक,पेंटर
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
हे ! भाग्य विधाता ,जग के रखवारे ।
Buddha Prakash
जनक दुलारी
जनक दुलारी
डॉ विजय कुमार कन्नौजे
କୁଟୀର ଘର
କୁଟୀର ଘର
Otteri Selvakumar
“बचपन में जब पढ़ा करते थे ,
“बचपन में जब पढ़ा करते थे ,
Neeraj kumar Soni
*बे मौत मरता  जा रहा है आदमी*
*बे मौत मरता जा रहा है आदमी*
सुखविंद्र सिंह मनसीरत
3112.*पूर्णिका*
3112.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
*कहाँ साँस लेने की फुर्सत, दिनभर दौड़ लगाती माँ 【 गीत 】*
Ravi Prakash
सुनती हूँ
सुनती हूँ
Shweta Soni
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
तुम्हारी आंखों के आईने से मैंने यह सच बात जानी है।
शिव प्रताप लोधी
बदलता बचपन
बदलता बचपन
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
"अबूझमाड़िया"
Dr. Kishan tandon kranti
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
ज़िंदगी में गीत खुशियों के ही गाना दोस्तो
Dr. Alpana Suhasini
उम्मीद
उम्मीद
Dr fauzia Naseem shad
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।
देश से दौलत व शुहरत देश से हर शान है।
सत्य कुमार प्रेमी
'एक शहादत ये भी’
'एक शहादत ये भी’
Kshma Urmila
मित्र
मित्र
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
भ्रष्टाचार ने बदल डाला
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कौन कहता है कि
कौन कहता है कि "घुटनों में अक़्ल नहीं होती।"
*प्रणय*
Loading...